अंतराष्ट्रीय उड़ानों पर खानपान की लागत को युक्तिसंगत बनाने के प्रयास में एयर इंडिया ने देश की यात्रा के दौरान इस्तेमाल के लिए भारत से भोजन लाना शुरू कर दिया है।
एयरलाइन ने पहले ही स्टॉकहोम, कोपेनहेगन, बर्मिंघम और मैड्रिड देशों से वापसी के लिए भारत से स्टॉक किए गए खाने का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। ये कदम इसलिए लिया गया है क्योंकि विदेशों से खरीदा गया खाना भारतीय शहरों से खरीदे गए खाने की तुलना में बहुत अधिक मंहगा होता है।
एयर इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप सिंह खरोला ने कहा, 'भारत से हम ठंडा खाना ले जाते हैं और जब भी इस्तेमाल करना होता है तो इसे गर्म कर लेते हैं। हमें केटरिंग कॉस्ट 600 से 800 करोड़ रुपए के आसपास पड़ती है। वेस्ट शहरों की तुलना में भारत में केटरिंग तीन से चार गुना सस्ती है।'
एयर इंडिया गल्फ क्षेत्रों से लौटने वाली अपनी उड़ानों में देश से लाए गए भोजन की सेवा शुरू करेगा।
खरोला ने आगे कहा, 'जो फ्लाइट्स गल्फ, सिंगापुर या यूरोप के अन्य क्षेत्रों में जाती हैं, उनके लिए भारत से खाना ले जाना संभव होगा। इस दिशा में कुछ काम शुरू भी हो गया है। सबसे ज्यादा जरूरी चीज है स्वाद। भारतीय केटरर्स के टेस्ट से यूरोपियन केटरर्स का टेस्ट कभी मैच नहीं हो सकता, खासकर जब बात भारतीय खाने की हो, फिर चाहे आप जो मर्जी कर लें। ये यही अतिरिक्त लाभ है जो हमें मिलता है। मुख्य बात ये है कि कीमतों में भारी कमी आती है।'
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